Monday, June 4, 2012

भयमुक्त आवास के आसान उपाय


BY VEEJAY ASTRO ON FACEBOOK - 





नकारात्मक ऊर्जा को बदले सकारात्मकता में-

आजकल वास्तुदोष निवारण के लिए अनेक उपाय खोज लिए गए हैं, जैसे फेंगशुई, जल थैरेपी, मिरर थैरेपी, पिरामिड शास्त्र आदि विधाएँ न केवल एक देश व स्थान में ही, बल्कि सम्पूर्ण विश्व के देशों में अपनाई जा रही हैं तथा इसका लाभ भी उन्हें प्राप्त हो रहा है।

यदि आपका मकान दुखदाता हो अर्थात्‌ मकान में नकारात्मक ऊर्जा का विचरण होता रहता हो, तो नकारात्मक ऊर्जा को सकारात्मक ऊर्जा में तब्दील करने के लिए ये उपाय कर सकते हैं। इन उपायों को करके आप जीवन में हर सुख की कामना कर सकते हैं तथा अपने भवन पर आप नाज कर सकेंगे :-

आपने देखा या खुद महसूस किया होगा अथवा अखबारों,पत्र-पत्रिकाओं, दूरदर्शन आदि के माध्यम से पढ़ा-सुना होगा, किसी पुराने मकान या पुरानी हवेली में निवास करने वाले लोग अक्सर भय व आतंक के माहौल में जीते हैं। वे प्रायः शिकायत करते हैं कि हवेली में भूत रहता है, जो अक्सर घर के सदस्यों को परेशान करता रहता है। भूत रात्रि में विचरण करता है, आदि-आदि। लेकिन क्या असल में वहाँ भूत या प्रेत रहता है या नहीं?

दरअसल उस मकान में नकारात्मक ऊर्जा का विचरण होता रहता है, जो उस घर में पहले ही आकर बस चुकी होती है, ऐसे मकानों में कभी-कभी विभिन्न प्रकार की गंध, अगरबत्ती की खुशबू, अथवा किसी छाया का धुँधला आभास होता है, जो प्रायः कृष्ण पक्ष में ही होता है, जिसे भूत मान लिया जाता है और इसके परिणामस्वरूप घर में निवास करने वाले सदस्यों का जीवन तबाह होता रहता है।

ऐसे हालात में मन से भूत का वहम निकाल कर निम्नलिखित उपाय करें :-

- मकान की लॉबी में हर रोज संध्या के समय किसी धातु की कटोरी में कपूर की एक छोटी-सी टिकिया जलाएँ। कुछ ही दिनों में मकान से नकारात्मक ऊर्जा का अन्यत्र पलायन शुरू हो जाएगा।

- यदि आपका संयुक्त परिवार बिखर गया है, आप अकेलेपन से पीड़ित रहते हैं, घर में बहुत कम सदस्य रह गए हों अथवा उस लंबे चौड़े मकान में केवल पति-पत्नी ही रहते हों, पति अक्सर टूर पर रहते हैं, तो पत्नी को चाहिए कि हर शाम मकान में धीमी आवाज में कोई भजन-कीर्तन या धार्मिक कैसेट बजाएँ। इससे उनकी उदासी दूर होगी। मकान काटने को नहीं दौड़ेगा।

- यदि आपके मकान का प्रवेश द्वार किसी नकारात्मक दिशा में स्थित हो, तो वहाँ सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए प्रवेश द्वार की दाईं एवं बाईं तरफ काली तुलसी का एक पौध लगा दें।

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