फेंगशुई से आती हैं सकारात्मक ऊर्जा
संकलन - आशुतोष जोशी
१. मछलियां, दर्पण, क्रिस्टल, घंटी, बांसुरी, कछुआ, सिक्के, लाफिंग बुद्ध आदि घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को बढाने का कार्य करते है।
२. हाथी का जोडा संतान इच्छुक दंपति के कमरे मे रखना बहुत शुभ माना जाता है। इसे मुखय द्वार के पास लगाना सौभाग्य का प्रतीक माना गया है।
३. घर में एक्वेरियम रखने से घर की सकारात्मक ऊर्जा में वृद्धि होती हैं
४. ड्रेगन के मुंह वाला जीवनयान घर की सुख - समृद्धि के साथ ही परिवार की आयु में वृद्धि की द्योतक है।
५. मछली जल की प्रतीक होती है और फेंगशुई में जल एक प्रमुख तत्व है। यह धन का प्रतीक है। जल की उपस्थिति घर या कार्यालय में मांगलिक ऊर्जा की सूचक है, जिसका फल सौभाग्यवर्द्धक होता है।
६. मछली परीक्षा में सफलता, नौकरी में पदोन्नति एवं उपलब्धि की प्रतीक मानी जाती है।
७. फेंगशुई की मान्यता के अनुसार लाफिंग बुद्ध घर में रखने से घर में हमेशा खुशी और प्रसन्नता का माहौल बना रहता है। इसके रखने से सारी बाधएं दूर होना बताया जाता है। इससे कई अन्य लाभ भी मिलते है।
फेंगशुई से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश कैसे
१. दरवाजा दक्षिणी दिशा की ओर है तो आप इसे गहरे मैरुन, पेल यलो या वार्मिलियम रेड के शेड से रंग सकते है।
२. दरवाजों के दोनों ओर काफी सारे हरे और लम्बे स्वस्थ पौधे लगाए जा सकते है जो गलत दिशा में बने दरवाजे के दुष्प्रभावों को दूर करने का काम करते है।
३. मुखय प्रवेद्गा द्वार उत्तर दिशा की ओर है तो छह रॉड वाली धातु की बनी विंड चाइम लगाइए। चाइम की खनखनाहट मुखय दरवाजे के आसपास के बुरे प्रभावों को दूर करती है।
४. उत्तर दिशा के दरवाजे के लिए ही सफेदर, पेल ब्लू या हलकी टीक भी बेहतर रहते है।
५. मुखय द्वार का मुख पूर्व या दक्षिण - पूर्व दिशा की ओर से है तो दरवाजे के अंदर बाएं ओर जल पात्र को पानी और पंखुडियों से भरकर रखें । इससे दिशा को सकारात्मक रुख देने में मदद मिलेगी। वैसे वास्तु के हिसाब से पूर्व दिशा पवित्र समझी जाती है।
६. मुखय दरवाजा पश्चिम की ओर मुख वाला हो तो सूर्यास्त के वक्त दुष्प्रभावों को रोकने के लिए द्वार के समीप ग्लास या क्रिस्टल रखें।
७. पश्चिम की ओर मुख वाले दरवाजे के लिए प्लॉट या यहा तक कि बालकनी के उत्तर पूर्व क्षेत्र में तुलसी जैसे पौधे की मौजूदगी में नकारात्मक प्रभावों को सकारात्मक दे सकता है। इसी तरह चमेली की बेल सुगंध के साथ प्रतिकुल प्रभावों को दूर करने का काम करती है।
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